आज हम दशहरा पर निबंध पढ़ेंगे। आप Essay on Dussehra in Hindi को ध्यान से और मन लगाकर पढ़ें और समझें। यहां पर दिया गया निबंध कक्षा (For Class) 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8 के विद्यार्थियों के लिए उपयुक्त हैं।
दशहरा पर निबंध Essay on Dussehra in Hindi
दशहरा हिंदुओं का एक प्रसिद्ध धार्मिक त्योहार है। यह आश्विन मास की शुक्ल पक्ष को दशमी के दिन मनाया जाता है। इसे विजया दशमी भी कहते हैं। इस दिन श्रीरामचंद्र ने लंका पर विजय प्राप्त कर माता सीता को रावण की कैद से | छुड़ाया था। मान्यता है कि रावण के दस सीस थे, जो उसे शिव से वरदान के रूप में प्राप्त हुए थे। ये सिर युद्ध भूमि में कटने के बाद भी फिर से उग जाते थे। इसीलिए उसे हराना असंभव था। उन दसों सिरों का श्रीराम ने हरण कर लिया था, इसलिए इस दिन को ‘दशहरा’ के नाम से प्रसिद्धि मिली।
दशहरे से 9-10 दिन पूर्व गांव-गांव, शहर-शहर में खुले मैदानों, पार्को में मंच बनाकर रात को रामलीला का मंचन किया जाता है। मर्यादा पुरुषोत्तम राम के जन्म से लेकर लंका दहन तक की सभी घटनाओं को लीला के रूप में दिखाया जाता है। गांववालों के लिए यह मनोरंजन तो है ही, धार्मिक प्रेरणा का सशक्त माध्यम भी है। इस दिन अनेक स्थानों पर मेलों का आयोजन किया जाता है।
दशहरे के दिन सायंकाल को भगवान राम की सवारी निकाली जाती है, जो मुख्य बाजारों में से होती हुई खुले मैदान में पहुंचती है, जहां कागज, बांस आदि से निर्मित रावण, मेघनाद और कुंभकरण के ऊंचे-ऊंचे पुतले बनाकर उन्हें आग लगा दी जाती है। हजारों लोग यहां एकत्रित होते हैं और खुशियां मनाते हैं।
कुछ स्थानों पर अपनी परंपरा के अनुसार इस दिन शस्त्र पूजा भी की जाती है। इसीलिए यह भी मान्यता है कि यह विशेष रूप से क्षत्रियों अर्थात् सैनिक योद्धाओं का त्योहार है।
इस त्योहार से हमें शिक्षा मिलती है कि हम राम जैसे पुत्र और राजा बनें तथा भरत जैसे भाई व हनुमान जैसे सेवक। यह त्योहार असत्य पर सत्य की, पाप पर पुण्य की, अधर्म पर धर्म की एवं बुराई पर अच्छाई की विजय का भी प्रतीक है।