आज हम राष्ट्रीय एकता पर निबंध पढ़ेंगे। आप Essay on National Unity in Hindi को ध्यान से और मन लगाकर पढ़ें और समझें। यहां पर दिया गया निबंध कक्षा (For Class) 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8 के विद्यार्थियों के लिए उपयुक्त हैं।
राष्ट्रीय एकता पर निबंध Essay on National Unity in Hindi
हमारा देश विभिन्न संस्कृतियों का देश है, जिसकी समूचे विश्व में अपनी एक अलग पहचान है। अलग-अलग संस्कृतियों और भाषाओं के होते हुए भी हम सभी एक सूत्र में पिरोए हुए हैं तथा राष्ट्र की एकता व अखंडता को बनाए रखने के लिए सदैव तत्पर हैं।
राष्ट्रीय एकता का अर्थ है, राष्ट्र के सब घटकों में भिन्न-भिन्न विचारों और विभिन्न आस्थाओं के होते हुए भी आपसी प्रेम, एकता और भाईचारे की भावना का बना रहना। राष्ट्रीय एकता में केवल शारीरिक समीपता ही महत्त्वपूर्ण नहीं होती, बल्कि उसमें मानसिक, बौद्धिक वैचारिक और भावात्मक निकटता की समानता भी आवश्यक है। एकता का अर्थ यह नहीं होता कि किसी विषय पर मतभेद ही न हो।
एकता की भावना हो, तो मतभेद होने के बावजूद जो सुखद और सबके हित में है, उसे एक रूप में सभी स्वीकार कर लेते हैं। इस प्रकार राष्ट्रीय एकता से अभिप्राय है, सभी नागरिक राष्ट्र प्रेम से ओत-प्रोत हों, सभी नागरिक पहले भारतीय हों, फिर हिंदू, मुसलमान या किसी अन्य धर्म-संप्रदाय को मानने वाले।
भारत विभिन्न संस्कृतियों, धर्मों और संप्रदायों का संगम स्थल है। यहां सभी धर्मों और संप्रदायों को बराबर का दर्जा मिला हुआ है। हिंदू धर्म के अलावा जैन, बौद्ध और सिख धर्म का उद्भव यहीं हुआ है। इसीलिए अनेकता के बावजूद उनमें एकता है। समय-समय पर ये भाव स्पष्ट रूप से दिखाई भी देते हैं। सर्वोच्च मानव-मूल्यों के रूप में हम सत्य और अहिंसा का आदर करते हैं।
हमारे मूल्य गहराई से अपनी जड़ों से जुड़े हुए हैं, जिन पर हमारे ऋषि- मुनियों और विचारकों ने बल दिया है। हमारे इन मूल्यों को सभी धर्मग्रंथों में स्थान मिला है-कुरान हो चा बाइबिल, गुरुग्रंथ साहिब हो या गीता-हजरत मोहम्मद, ईसा मसीह, गुरुनानक, बुद्ध और महावीर आदि सभी ने मानव मात्र की एकता, सार्वभौमिकता और शांति पर जोर दिया है।