नारी का सम्मान पर निबंध Essay on Woman in Hindi

आज हम नारी का सम्मान पर निबंध पढ़ेंगे। आप Essay on Woman in Hindi को ध्यान से और मन लगाकर पढ़ें और समझें। यहां पर दिया गया निबंध कक्षा (For Class) 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8 के विद्यार्थियों के लिए उपयुक्त हैं।

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Essay on Woman in Hindi

नारी का सम्मान पर निबंध Essay on Woman in Hindi

जहां नारी की पूजा होती है, वहां देवता निवास करते हैं। प्रसिद्ध स्मृतिकार मनु का कहना है-‘यत्र नार्यस्तु पूज्यन्ते, रमन्ते तत्र देवता’। किंतु वास्तविकता इसके विपरीत है। इसे ‘अबला’ कहना, गर्भ में पलते कन्या भ्रूण की हत्या कर देना, चौका-पानी तक ही इसकी क्षमता को सीमित करके आंकना, इसका अपमान नहीं तो और क्या है। आज भी इसे ‘भोग की वस्तु’ समझकर प्रत्येक तबके का व्यक्ति ‘अपने तरीके’ से इसका इस्तेमाल’ कर रहा है। बढ़ते बलात्कार का यही कारण है।

नारी का सबसे पवित्र रूप’मां’ है-माता यानी जननी। मां को ईश्वर से भी बढ़कर माना गया है, क्योंकि ईश्वर की जन्मदात्री भी नारी ही रही है। मां देवकी श्रीकृष्ण की तथा मां पार्वती गणपति और कार्तिकेय की माता थीं। राम से पहले सीता, कृष्ण से पहले राधा, विष्णु से पहले लक्ष्मी लिखना या बोलना स्त्री की गरिमा को ही तो बताता है।

किंतु बदलते समय ने मां के महत्त्व को भी मानो खो दिया है। यह चिंताजनक बात है। सब धन-लिप्सा व अपने स्वार्थ में डूबते जा रहे हैं। मेरी पत्नी और मेरे बच्चे-यही आजकल परिवार की परिभाषा रह गई है। टूटते परिवारों के पीछे भी नारी का सम्मानित न होना ही कारण है। शिव के एक रूप में आधी स्त्री है। इसे ‘अर्धनारीश्वर’ शिव कहते हैं।

नवरात्रि में शक्ति की पूजा की जाती है, कन्याओं का पूजन होता है। शक्तिपीठों पर भक्तों की भीड़ देखने को मिलती है। अपने परिश्रम और बौद्धिक क्षमता से आधुनिक नारी आज जिस सम्मान को अर्जित कर रही है, उसका औसत अभी भी उतना नहीं है, जितना होना चाहिए। ऐसा लगता है कि ऐसा करना पुरुष प्रधान समाज की विवशता है, नहीं तो इन पर अमानवीय घटनाओं में कमी आती।

नारी को पूजने से कल्याण नहीं होगा, इनके सम्मान में ही मानवता का हित और कल्याण छिपा हुआ है।


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